* सदा स्वस्थ के लिए *

          हमेशा के लिए स्वस्थ


आंवले के २० ग्रॅम रस में २० ग्रम शहद मिलाकर, सुबह व्यायाम अथवा प्रमण के बाद पी लें. तथा दो घंटे तक भी कुछ न लें। तीन महीने में ही काया पलट हो जाती है। सदा स्वस्थ और नीरोग रहने का यह एक वढ़िया तरीका है। ( शुरुवात 10 ग्रॅम से करे)

२. ७-८ तुलसी के पत्तों का रस एक चम्मच शहद में मिलाकर एक वार नित्य पोते रहें। इससे आप नीरोग रहेंगे और गालों पर स्वास्थ की चमक पैदा होगी।


३. रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए सर्दी में एक-दो माह दो चम्मच तिल नित्य चबाएं या लड्डू खाएं। तिल के तेल की मालिश करें, इससे नीरोग बने रहेंगे।
४. शहद शरीर को ताकतवर और लम्बी आयु प्राप्त करने के लिए लाभदायक है। बूढ़े लोगों के लिए शहद उत्तम भोजन है। यह बुढ़ापे के कष्टों से बचाता है।

५. आधा कप गेहूं को बारह घण्टे पानी में भिगोएं, फिर गीले मोटे कपड़े में बांध कर चौबीस घण्टे रखें। इस तरह छत्तीस घण्टे में अंकुर निकल आएंगे। इन अंकुरित गेहुओं को बिना पकाये ही खाएं। स्वाद के लिए गुड़ या किशमिश मिलाकर खा सकते हैं। इन अंकुरित गेहूंओं में विटामिन-ई भरपूर मिलता है। यह स्वास्थ एवं शक्ति का भण्डार है। नपुसकता एवं बांझपन में यह लाभकारी है। केवल संतानप्राप्ति के लिए २५ ग्रॅम अंकुरित गेहूं तीन दिन और फिर तीन दिन इतने ही अंकुरित उड़द पर्यायक्रम से खाने चाहिए। यह प्रयोग कुछ महिने करें। गेहूं के अंकुर अमृत हैं। इनमें शरीर की रक्षा के लिए आवश्यक सभी विटामिन प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। गेहूं के अंकुर खाने से सभी रोग दूर हो जाते हैं। (थाईराईड के व्यक्ति डॉक्टर के सलाह से करे।)






















* सदा स्वस्थ के लिए * * सदा स्वस्थ के लिए * Reviewed by Hindi me jankari on March 05, 2021 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.