*आँखों के रोग *

                    *आँखों के रोग *




                       
          


            
               * आँखो में जलन *

आँखो की पलकों पर दही की मलाई या मख्खन लगाये इससे आँखो की जलन ठिक होने में मदद मिलती है।

             




                        


                          * चश्मे से मुक्ति *

१. २५० ग्रॅम बादाम, ५० ग्रॅम खसखस और १० ग्रॅम काली मिर्च को पीसकर देसी घी में भून लें। फिर इसमें १०० ग्रॅम मिश्री पीसकर मिला दें। रोज सुबह खाली पेट दो चम्मच की मात्रा में लेने से नेत्र-ज्योति बढ़ती है और छः माह में चश्मा उतरने में मदद होती है। (साधारण ५० साल तक) सावधानी मन्दाग्नि (भूख की कमी) एवं डायबिटीज के रोगी यह प्रयोग न करें।





 
      * आँखों के नीचे काले घेरे होना *



१. कई कारणों से आँखों के नीचे काले घेरे हो जाते है, जिसमें मुख्य कारण पेट की खराबी, संतुलित भोजन न करना, मानसिक तनाव, लीवर की कमजोरी आदि होते है। इन कारणों को दूर करके विभिन्न उपाय करने से धीरे-धीरे यह कालापन दूर होने में मदद मिलती है।

२. प्रतिदिन दूध की मलाई नियमित रूप से काले घेरे पर लगाया करें। कच्चे आलू को बीच में से काट लें और इन्हें आँखों पर रखकर लेट जाएँ। आधे घंटे बाद पानी से धो लें।

३. ककड़ी के टुकड़े इन घेरों पर घिसने से कालापन दूर होने में मदद होती है।

    


         

              * आँख आना *

१. गर्मी के दिनों में आँखों का लाल होना, दर्द करना व खुजली होना आदि कष्ट हुआ करते हैं। इसके लिये गाय का ताजा कच्चा दूध ड्रॉपर से आँखों में दो-दो बूँदे टपकाना बहुत लाभकारी होता है। २-३ दिन नमकीन खट्टे पदार्थ खाना बंद कर दें। बहुत कम मात्रा में या बिल्कुल नहीं खायें।

  



              * आँख दुखना *

अनार को पीसकर आँखों पर बाँधने से दर्द ठीक होने में मदद मिलती है।








                 



                                  *गुहेरी*

१. आँखो पर छोटी-छोटी फुंसियां निकलने पर लौंग घिस-घिस कर लगाने से वे बैठ जाती हैं तथा सूजन भी कम होने में मदद होती है।

२. गुहेरी पर छुआरे की गुठली को पानी में घिसकर लगाने से आराम होता है।







१. आंवला के सेवन से आंखों की दृष्टि बढ़ती है। एक गिलास पानी में छह ग्राम सूखा आंवला रात को भिगो दें। प्रातः इस पानी को छानकर आंखों को धोएं। इससे आँखो के बहुतसे रोग दूर होने में मदद होती है। और दृष्टि बढ़ती है। इसके साथ ही सूखे आंवले का चूर्ण एक चम्मच रात को भोजन के बाद पानी के साथ ले ।

२. नारियल (गोला) की पच्चीस ग्रॅम सूखी गिरी और शक्कर साठ ग्रॅम प्रतिदिन एक सप्ताह खाने से लाभ होता है। यह हरेक प्रकार के आँखों के रोगों के लिए लाभकारी है। यदि आँखे दुःख रही हों, तो नमक नहीं खाना चाहिए; बल्कि घी के साथ रोटी खानी चाहिए।

३. गाजर में विटामिन ए होने से इसका रस आँखो की कमजोरी, रतौंधी (अर्थात रात में न दिखना) दूर करता है। इससे नेत्र ज्योति बढ़ती है।

४. पालक का रस पीने से नेत्रज्योति बढ़ती है।

५. भोजन के बाद एक चम्मच सौंफ खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।

६. आँखो की ज्योति बढ़ाने के साथ ही शरीर को पुष्ट और सुडौल बनानेवाला एक अनुभूत उत्तम प्रयोक प्रस्तुत है आधा चम्मच ताजा मक्खन, आधा चम्मच पिसी हुई मिश्री और ५ काली मिर्च मिलाकर चाट लो। इसके बाद कच्चे नारियल की गिरी के २-३ टुकड़े खूब चबा-चबाकर खायें ऊपर से थोड़ी  सौंफ चबाकर खा लो। बाद में दो घंटे तक कुछ न खायें। यह प्रयोग प्रातः खाली पेट २-३ माह तक करो।




            * आँखो के अन्य रोग *

१. आँखो में चोट लगी हो, जल गई हो, मिर्च मसाला गिरा हो, कोई कीड़ा गिर गया हो या डंक मारा हो, आँख लाल हों, दुखती हों, कीचड़ आती हो, प्रकाश सहन न होता हो तो रुई का फोया दूध में भिगोकर आँखो पर रखने से लाभ होता है। रात भर फोया बांधकर रखें तो ज्यादा लाभदायक है। आँख में दो बूंद दूध की भी डालें।





*आँखों के रोग * *आँखों के रोग * Reviewed by Hindi me jankari on April 28, 2021 Rating: 5

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